Uttrakhand news मेडिकल कॉलेजों में सुपर स्पेशलिस्ट संविदा चिकित्सकों का बढ़ा वेतन

 

*पर्वतीय व मैदानी क्षेत्रों में नई मानदेय सीमा निर्धारित, शासनादेश जारी*

*स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रावत बोले, सुपर स्पेशलिस्ट फैकल्टी की कमी होगी दूर*

 

देहरादून, 03 सितम्बर 2024

राज्य सरकार ने प्रदेश के राजकीय मेडिकल कॉलेजों में संविदा के माध्यम से तैनात सुपर स्पेशलिस्ट चिकित्सकों के वेतन में वृद्धि की मंजूरी दे दी है। नये वेतनमान के निर्धारण से राजकीय मेडिकल कॉलेजों में अब सुपर स्पेशियलिटी एवं रेडियोलॉजी विभागों में फैकल्टी की कमी नहीं रहेगी। सरकार ने मैदानी एवं पर्वतीय क्षेत्रों के लिये सुपर स्पेशलिस्ट एवं रेडियोलॉजिस्ट के वेतनमान का पुनर्निर्धारण किया है।

 

सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि राज्य सरकार ने चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत राजकीय मेडिकल कॉलेजों में संविदा पर तैनात सुपर स्पेशियलिटी एवं रेडियोलॉजी विभागों की फैकल्टी के वेतनमान का पुनर्निर्धारण कर बढ़ोत्तरी की है। जिससे पर्वतीय क्षेत्रों के मेडिकल कॉलेजों में आ रही फैकल्टी की कमी को दूर किया जा सकेगा। विभागीय मंत्री ने बताया कि पुनर्निर्धारित वेतनमान के तहत कार्डियोलाजी, नेफ्रोलाजी, न्यूरोसर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी, यूरोलॉजी एवं रेडियोलॉजी विभाग में तैनात सुपर स्पेशलिस्ट चिकित्सकों को बढ़ा हुआ वेतनमान दिया जायेगा। जिसके तहत मैदानी क्षेत्र के मेडिकल कॉलेजों में तैनात प्रोफेसर को अधिकतम 4 लाख रूपये, एसोसिएसट प्रोफेसर को 3 लाख 20 हजार, असिस्टेंट प्रोफेसर को 2 लाख 20 हजार व सीनियर रेजीडेंट को 1 लाख 50 हजार रुपये का मानदेय निर्धारित किया गया है। जबकि पर्वतीय क्षेत्रों में प्रोफेसर को रूपये 5 लाख , एसोसिएट प्रोफेसर को 4 लाख, असिस्टेंट प्रोफेसर को 3 लाख व सीनियर रेजीडेंट को 2 लाख रुपये तक का अधिकतम मानदेय दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि संविदा के आधार पर तैनात फैकल्टी के कार्य प्रदर्शन के मूल्यांकन के आधार पर मानदेय में प्रतिवर्ष वृद्धि का भी प्रावधान रखा गया है। जिसके तहत असिस्टेंट प्रोफेसर एवं सीनियर रेजिडेंट के मानदेय में उत्तम कार्य प्रदर्शन के आधार पर 10 प्रतिशत तथा एसोसिएट एवं प्रोफसर के मानदेय में 7 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि की जायेगी। इसके अलावा संविदा पर तैनात फैकल्टी को आयुष्मान भारत, अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना तथा राज्य सरकार के स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत राजकीय चिकित्सालयों द्वारा अर्जित क्लेम की धनराशि में से भी प्रावधान के अुनसार प्रोत्साहन राशि का भी भुगतान किया जायेगा। किसी भी संविदा फैकल्टी के सदस्यों को नौकरी छोडने अथवा इस्तीफा देने से तीन माह पूर्व कॉलेज प्रशासन को नोटिस देना होगा। डॉ. रावत ने कहा कि सुपर स्पेशलिटी संकाय सदस्यों के मानदेय के पुनर्निर्धारण से विशेषकर पर्वतीय क्षेत्र के मेडिकल कॉलेजों में आ रही फैकल्टी की कमी को दूर किया जा सकेगा साथ ही यहां अध्ययनरत मेडिकल छात्र-छात्राओं का पठन-पाठन निर्बाध रूप से चल सकेगा।

 

 

  • Related Posts

    ब्रेकिंग न्यूज:एसएसपी हरिद्वार की ठोस लीडरशिप में श्री बालाजी ज्वैलर्स डकैती प्रकरण में एक और गिरफ्तारी

      चौथे अभियुक्त को यमुनानगर हरियाणा से दबोचा   *डकैती में शामिल होने के एवज में मिले थे 50 हजार*   *डकैती के रुपयों से खरीदा मोबाइल व नगदी भी…

    एनसीसी विस्तार कार्यशाला में प्रतिभाग करेंगे शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत

      *23 सितम्बर को रक्षा राज्य मंत्री की अध्यक्षता में होगी बैठक* *विभागीय अधिकारियों को दिये नए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश*   देहरादून, 18 सितम्बर 2024 देशभर में राष्ट्रीय…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    You Missed

    ब्रेकिंग न्यूज:एसएसपी हरिद्वार की ठोस लीडरशिप में श्री बालाजी ज्वैलर्स डकैती प्रकरण में एक और गिरफ्तारी

    • By Admin
    • September 18, 2024
    • 2 views

    वेद भौतिक और आध्यात्मिक ज्ञान की निधि व अखिल ब्रह्माण्ड के मूल हैं: डॉ. मोहन राव भागवत

    • By Admin
    • September 18, 2024
    • 3 views

    एनसीसी विस्तार कार्यशाला में प्रतिभाग करेंगे शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत

    • By Admin
    • September 18, 2024
    • 3 views

    स्वस्थ रहने के लिए जंक फूड को त्याग कर अपनाएं मिलेट्स: रेखा आर्या

    • By Admin
    • September 18, 2024
    • 4 views

    रामानंद इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी एंड मैनेजमेंट में मनाया विश्वकर्मा दिवस

    • By Admin
    • September 17, 2024
    • 5 views

    पीएम मोदी के जन्मदिन पर मनसा देवी मंदिर में हुई विशेष पूजा

    • By Admin
    • September 17, 2024
    • 3 views