हरिद्वार, 15 अक्टूबर:
प्रकृति एवं पर्यावरण के प्रति छात्र-छात्राओं को उनके दायित्वों का बोध कराने हेतु एम० सी० एस० स्कूल द्वारा “गंगा सेवा सप्ताह” का शुभारंभ किया गया। इस अभियान की शुरुआत कक्षा 6 एवं 7 के लगभग 49 छात्रों द्वारा बैरागी कैंप क्षेत्र में गंगा की सह-धारा की सफाई कर की गई।
विदित हो कि हरिद्वार की पहचान मां गंगा से है, और जब प्रकृति संरक्षण की बात आती है, तो गंगा की शुद्धता सर्वोपरि हो जाती है। इसी उद्देश्य को लेकर छात्रों ने गंगा जलधारा से प्लास्टिक, कचरा एवं अन्य अपशिष्ट सामग्री को हटाया और स्वच्छता का संदेश दिया।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के शिक्षकों — ऋतु सिंह, राहुल कश्यप, रूचि गुप्ता, आस्था सहगल एवं आयुष रावत — ने भी सक्रिय सहभागिता निभाई। सभी शिक्षक बच्चों के साथ मौके पर उपस्थित रहे और उन्हें पर्यावरणीय जिम्मेदारियों के प्रति प्रेरित किया।
हालांकि, इस अभियान के दौरान एक गंभीर तथ्य भी सामने आया। मुख्य गंग-नहर की सफाई का दायित्व भले ही उत्तरप्रदेश सरकार के अंतर्गत आता है, परंतु बैरागी कैंप से गुजरने वाली जो सह-धाराएं पुनः गंगा में मिलती हैं, उनकी सफाई की कोई जवाबदेही स्पष्ट नहीं है। यह धार्मिक और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से अत्यंत चिंताजनक स्थिति है।
विद्यालय प्रशासन ने यह मांग की है कि उत्तराखण्ड सरकार को इन जलधाराओं व राजवाहों की नियमित सफाई की ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए, ताकि गंगा का पर्यावरणीय संतुलन बना रहे और धार्मिक आस्था की पवित्रता अक्षुण्ण बनी रहे।