
हरिद्वार,। ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप डीलर्स फेडरेशन के राष्ट्रीय महासचिव विशंभर बासु गुरुवार को हरिद्वार पहुंचे। उत्तरी हरिद्वार स्थित चेतन ज्योति आश्रम में आयोजित बैठक के दौरान राशन डीलरों ने फूलमालाओं से उनका स्वागत किया। बैठक में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष खेदार बृजवासी सहित प्रदेश के सभी 13 जिलों से आए पदाधिकारी शामिल हुए।
बैठक में प्रदेशभर के राशन डीलरों की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई। प्रदेश अध्यक्ष खेदार बृजवासी ने सरकार से मांग की कि राशन डीलरों को तय समय पर लाभांश दिया जाए तथा जिन डीलरों का लाभांश और भाड़े की धनराशि लंबित है, उसे तत्काल जारी किया जाए। साथ ही केंद्रीय स्तर पर ई-पास मशीनों और इलेक्ट्रॉनिक वेइंग मशीनों को हटाने, उत्तराखंड में केंद्रीय खाद्य विभाग की ओर से अतिरिक्त मार्जिन मनी दिए जाने की मांग उठाई गई।
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य दिनेश कश्यप ने कहा कि राशन डीलरों का न्यूनतम मानदेय तय किया जाना चाहिए। मशीनों के कारण उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है और राशन दुकानों पर लंबी लाइनें लग रही हैं। उन्होंने मशीन संचालन की प्रक्रिया को सरल बनाने की आवश्यकता जताई। जिला महामंत्री प्रदीप अग्रवाल ने कहा कि राशन डीलरों का कार्यभार तो बढ़ा दिया गया है, लेकिन उसके अनुपात में कमीशन नहीं बढ़ाया जा रहा है। राष्ट्रीय महासचिव विशंभर बासु ने पदाधिकारियों को आश्वस्त किया कि राशन डीलरों की समस्याओं को केंद्र सरकार तक मजबूती से रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि देशभर में करीब 5.51 लाख राशन डीलर कार्यरत हैं, जिनकी कई समस्याएं लंबे समय से लंबित हैं। नियमों के अनुसार तीन वर्ष में कमीशन की समीक्षा होनी चाहिए, लेकिन अब तक इसमें वृद्धि नहीं की गई। इलेक्ट्रॉनिक तराजू, छोटे राशन डीलरों के लिए न्यूनतम मानदेय और कमीशन बढ़ोतरी की मांग कैबिनेट स्तर तक पहुंचाई गई है। यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो फरवरी में संगठन की बैठक के बाद आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी।
इस अवसर पर प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष अनिल कक्कड़, हरीश पंत, प्रदेश महामंत्री संजय शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष दिनेश चौहान, जिलाध्यक्ष नरेश शर्मा, सलाहकार भरतवीर, कृष्ण गोसाई, धर्मानंद, नरेंद्र शर्मा, कुंदन शर्मा, सतेंद्र सहित बड़ी संख्या में राशन डीलर मौजूद रहे।
