
हरिद्वार, 1 नवंबर 2025: हरिद्वार के कनखल स्थित एम.सी.एस. सीनियर सेकेंडरी स्कूल भविष्योन्मुखी शिक्षा के मानकों को ध्यान में रखते हुए निरंतर नवाचारपूर्ण कार्यक्रम आयोजित करता रहा है। इसी कड़ी में आज दिनांक 1 नवंबर 2025 को स्कूल परिसर में एक भव्य विज्ञान प्रदर्शनी का सफल आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी का शुभारंभ स्कूल प्रबंधन के सचिव डॉक्टर अशोक शास्त्री ने फीता काटकर और दीप प्रज्वलन के साथ किया। कार्यक्रम में छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों और अतिथियों की भारी उपस्थिति रही, जिसने आयोजन को उत्साहपूर्ण बना दिया।
डॉक्टर अशोक शास्त्री ने प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर कहा यह प्रदर्शनी हमारे छात्रों की वैज्ञानिक दृष्टि और रचनात्मकता का जीवंत प्रमाण है। भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी का ज्ञान आवश्यक है, और ऐसे आयोजन छात्रों को प्रेरित करते हैं।
डायरेक्टर डॉक्टर विशाखा कुमार ने कहा, हमारा स्कूल आधुनिक विज्ञान की सभी शाखाओं को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। यह प्रदर्शनी छात्रों की प्रतिभा को मंच प्रदान करती है और उन्हें वैश्विक स्तर की सोच विकसित करने में सहायक सिद्ध होती है।
प्रधानाचार्य नीलम बख्शी ने कहा छात्रों द्वारा तैयार किए गए मॉडल्स न केवल वैज्ञानिक सिद्धांतों को सरलता से समझाते हैं, बल्कि वास्तविक जीवन की समस्याओं के समाधान भी प्रस्तुत करते हैं। यह आयोजन स्कूल की शैक्षिक उत्कृष्टता का प्रतीक है।
प्रदर्शनी में भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, बायोटेक्नोलॉजी सहित आधुनिक विज्ञान की सभी विधाओं और क्षेत्रों से जुड़े आकर्षक एक्जीबिट्स प्रदर्शित किए गए। छात्रों ने अपनी रचनाओं से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में श्रीमती शमिता तिवारी, गीतांजलि जोशी, राखी राणा, राहुल कश्यप आदि शिक्षकों ने सक्रिय भूमिका निभाई। वहीं, कार्यक्रम की व्यापक रूपरेखा तैयार करने में प्रधानाचार्य नीलम बख्शी, डायरेक्टर डॉक्टर विशाखा कुमार, ऋतु सिंह, विनीत अग्रवाल आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
विशेष रूप से सराहे गए एक्जीबिट्स में दक्ष गुप्ता का डीएनए रिप्लिकेशन मॉडल, गुन धीमान का स्टेम सेल क्लासिफिकेशन, सोनम सैनी का इंसुलिन स्ट्रक्चर, रंजीत पाल और हर्षित का राजकोट गेम ज़ोन फायर मॉडल, यशविनी पटेल का एंटी सुसाइड फैन, नितांश गोयल का इनोवेशन ऑफ रोड्स एंड इंटेलिजेंट व्हीकल, यश का कार्बन प्यूरीफिकेशन, गरिमा एवं अंश का ब्लड ग्रुप टेस्ट, विधि सैनी का फायर डिटेक्शन, मयंक का ब्लड इल्यूजन एक्सप्लोरिंग, सिद्धांत राणा का मैग्लेव इन ट्रेन टेक्नोलॉजी, गुरासिस का होम थिएटर, प्रियांशी का ईकोटेक सिटी, कीर्ति गोसाई और मीनाक्षी का बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक तथा आराध्या का हाइड्रो पावर प्लांट शामिल रहे। इन मॉडल्स ने पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य, सुरक्षा और प्रौद्योगिकी जैसे मुद्दों पर गहन चिंतन को दर्शाया।
स्कूल प्रशासन ने घोषणा की कि निकट भविष्य में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की संभावनाओं पर एक अलग प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी, जो छात्रों को उभरती तकनीकों से परिचित कराएगी। इस आयोजन ने न केवल छात्रों की प्रतिभा को निखारा, बल्कि वैज्ञानिक जागरूकता को भी बढ़ावा दिया।
