हरिद्वार, 25 सितम्बर 2025 — आर्य विरक्त (वानप्रस्थ+संन्यास) आश्रम, ज्वालापुर में आज एक नव-निर्मित ध्यान केन्द्र का भव्य उद्घाटन किया गया। यह ध्यान केन्द्र आश्रम के वर्तमान प्रधान श्री आर०के० गुप्ता जी के सतत प्रयास, समर्पण व परिश्रम का प्रतिफल है। इस आधुनिक ध्यान केन्द्र की प्रेरणा कन्याकुमारी स्थित ऐतिहासिक विवेकानन्द रॉक के ध्यान स्थल से ली गई है, जिसे नवीनतम तकनीक व सौंदर्यबोध से सुसज्जित किया गया है।
यह केन्द्र सम्पूर्ण श्वेत भवन में निर्मित है, जिसके मध्य भाग में “ॐ” की आकर्षक आकृति स्थापित की गई है। इसमें निरंतर “ॐ” की मध्यम ध्वनि गूंजती रहती है, जो साधकों को शांति, एकाग्रता एवं ध्यान की गहराई में ले जाती है। इस नवाचारपूर्ण ध्यान स्थल को पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं के लिए एक विशेष आकर्षण का केन्द्र माना जा रहा है।
इस शुभ अवसर पर आर्य समाज एवं गुरुकुल नोएडा के प्राचार्य डा० जयेन्द्र जी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे एवं उनके कर-कमलों से इस ध्यान केन्द्र का विधिवत उद्घाटन सम्पन्न हुआ। साथ ही गुरुकुल विश्वविद्यालय, हरिद्वार के प्रख्यात विद्वान प्रो० डा० दीन दयाल वेदालंकार तथा डा० योगेश शास्त्री भी विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे।
कार्यक्रम में आश्रम के सभी संन्यासीगण, विद्वतजन, साधक-साधिकाएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे, जिन्होंने इस आयोजन को विशेष गरिमा प्रदान की। आश्रम के प्रधान श्री आर०के० गुप्ता जी ने इस अवसर पर सभी अतिथियों, संन्यासियों एवं सहयोगियों का हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि यह ध्यान केन्द्र केवल एक भवन नहीं, बल्कि आत्मिक साधना का केन्द्र बनेगा। मुझे पूर्ण विश्वास है कि यहाँ आने वाले साधक परम शांति और परमानंद का अनुभव करेंगे।
प्रधान जी ने अपने संबोधन में परमपिता परमात्मा के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए कहा कि उनकी कृपा और सहयोग से ही यह कार्य संभव हो पाया।