हरिद्वार, 26 सितंबर। श्री निरंजन मायापुर रामलीला समिति द्वारा आयोजित रामलीला के मंचन में गुरुवार रात खेवट लीला, सुपाड खा की नाक कटाई और खर-दूषण वध की लीलाएं प्रस्तुत की गईं। इन लीलाओं को देखने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु रामलीला मैदान में एकत्र हुए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगर विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक थे। उन्होंने दीप प्रज्वलन कर रामलीला का शुभारंभ किया और कलाकारों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि रामलीला भारतीय संस्कृति की जीवंत परंपरा है, जो मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाती है।
लीला की शुरुआत खेवट प्रसंग से हुई, जहां भगवान श्रीराम, लक्ष्मण और सीता जी केवट से गंगा पार करवाने का आग्रह करते हैं। भावपूर्ण संवादों और भक्ति से परिपूर्ण दृश्य ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। इसके बाद सुपाड़खा की नाक काटने का प्रसंग मंचित हुआ, जिसमें लक्ष्मण द्वारा रावण की बहन सुपाड़खा की नाक काटने का जीवंत चित्रण किया गया।
रात्रि के अंतिम भाग में खर और दूषण वध की लीला दिखाई गई, जिसमें राक्षसों के अत्याचारों से त्रस्त ऋषियों को श्रीराम द्वारा मुक्ति दिलाई जाती है। शानदार प्रकाश व्यवस्था, पारंपरिक वेशभूषा और सजीव अभिनय ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
रामलीला समिति के सचिव भोला शर्मा ने सभी श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया।