
समिति ने महंत भीमसेन को संरक्षक का दायित्व दिया
हरिद्वार क्षेत्रीय धर्मशाला प्रबंध समिति का हरिद्वार धर्मशाला प्रबंधक समिति में हुआ विलय
हरिद्वार, हरिद्वार में धर्मशालाओं के प्रबंधन को मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। हरिद्वार क्षेत्रीय धर्मशाला प्रबंध समिति का हरिद्वार धर्मशाला प्रबंधक समिति में पूर्ण विलय हो गया है। इस विलय के बाद अब सभी धर्मशालाओं का प्रबंधन एकीकृत ढांचे के तहत होगा, जिससे तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
यह ऐतिहासिक निर्णय उत्तरी हरिद्वार के मंडी गोविंद गढ़ धर्मशाला में आयोजित हरिद्वार धर्मशाला प्रबंधक समिति की बैठक में लिया गया। बैठक की अध्यक्षता महंत भीमसेन ने की, जबकि संचालन की जिम्मेदारी श्यामसुंदर ने संभाली। बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से विलय को मंजूरी दी और नई समिति के पदाधिकारियों का चुनाव किया।
बैठक में हरिद्वार धर्मशाला प्रबंधक सेवा समिति (रजिस्टर्ड) के नए पदाधिकारियों का चयन किया गया। राम अवतार शर्मा को सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुना गया, जबकि श्याम सुंदर को महामंत्री और सोनू शर्मा को कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई। यह चुनाव पारदर्शी तरीके से संपन्न हुआ, जिसमें सभी सदस्यों की सहमति प्रमुख रही।
महंत भीमसेन को संरक्षक का दायित्व दिया
बैठक की अध्यक्षता कर रहे महंत भीमसेन ने कहा यह विलय हरिद्वार की धर्मशालाओं के लिए एक नया युग की शुरुआत है। अब सभी धर्मशालाएं एक छत के नीचे काम करेंगी, जिससे प्रबंधन में एकरूपता आएगी और तीर्थयात्रियों की समस्याओं का त्वरित समाधान हो सकेगा। हमारा उद्देश्य हरिद्वार को विश्व स्तरीय तीर्थ स्थल बनाने का है।
नवनियुक्त अध्यक्ष राम अवतार शर्मा ने कहा विलय से धर्मशालाओं की क्षमता बढ़ेगी और हम आधुनिक सुविधाओं से युक्त धर्मशालाएं विकसित करेंगे। तीर्थयात्रियों की सुरक्षा, स्वच्छता और आराम को प्राथमिकता दी जाएगी। हम सभी प्रबंधकों से सहयोग की अपील करते हैं।
नवनियुक्त महामंत्री श्याम सुंदर शर्मा ने कहा कि यह समिति रजिस्टर्ड होने से कानूनी रूप से मजबूत होगी। हम नियमित बैठकें आयोजित करेंगे और धर्मशालाओं के रखरखाव, बुकिंग प्रक्रिया को डिजिटल बनाएंगे। कुंभ मेले जैसे आयोजनों में विशेष तैयारी की जाएगी।
कोषाध्यक्ष सोनू शर्मा ने कहा वित्तीय पारदर्शिता हमारी प्राथमिकता होगी। सभी धर्मशालाओं के आय-व्यय का ऑडिट कराया जाएगा और फंड का उपयोग तीर्थयात्रियों के कल्याण में किया जाएगा। हम दानदाताओं से अपील करते हैं कि वे आगे आएं।
बैठक में धर्मशाला प्रबंधक उपस्थित रहे, जिनमें अवधेश कुमार, हेम नारायण अग्रवाल, अशोक पारीक, विकास शर्मा, मनोज बिष्ट, सुनील तिवारी, मनोज जोशी, राजू, उमेश पांडेय, गुरुदेव राणा, प्रयाग दुबे, राकेश मिश्रा, गोकुल डबराल, महेशानंद, राजेश सुध, राजवीर शर्मा, गुरु बच्चन, आनंद अग्रवाल, प्रदीप शर्मा, अमर शदाणी, अर्जुन सिंह राणा, विपिन, सतनाम सिंह, गुलशन, राम दत्त मिश्रा, सुनील शुक्ल, रविंद्र बंसल, दीपक जोशी, ललित आदि शामिल थे। इन सभी ने विलय और नए पदाधिकारियों का स्वागत किया।
