प्रयागराज में आयोजित हो रहे महाकुंभ के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेरह प्रमुख अखाड़ों के श्री महंतों से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया और सभी संतों का हालचाल जाना। यह मुलाकात महाकुंभ के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को और भी बढ़ाने वाली रही।
इस मुलाकात में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पुरी महाराज भी उपस्थित थे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी देश ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में सनातन धर्म की पताका फहरा रहे हैं। श्री महंत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व में महाकुंभ का आयोजन न केवल दिव्य और भव्य होगा, बल्कि यह समस्त देशवासियों और विदेशों में बसे हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक अवसर भी साबित होगा।
महाकुंभ के आयोजन के बारे में श्री महंत रविंद्र पुरी महाराज ने बताया कि इस आयोजन के दौरान लाखों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचते हैं, और हर साल यह मेला भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को संजोने के साथ ही उसे वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करता है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में इस महाकुंभ को पहले से कहीं अधिक भव्य, सुरक्षित और आत्मिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए सभी तैयारियां की जा रही हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की यह मुलाकात महाकुंभ के आयोजन को लेकर संतों और अखाड़ों का विश्वास मजबूत करने वाली रही। साथ ही, इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने सभी श्रद्धालुओं को महाकुंभ में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया और कहा कि यह एक ऐतिहासिक अवसर होगा, जिसमें सभी लोग आध्यात्मिक उन्नति के लिए पुण्य अर्जित कर सकते हैं।
इस आयोजन से यह संदेश भी गया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में धार्मिक आयोजनों को और अधिक संरक्षित, सुरक्षित और समृद्ध बनाने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही, महाकुंभ जैसे बड़े धार्मिक आयोजनों को आधुनिकता और पारंपरिकता का संगम बनाने के लिए भी प्रधानमंत्री ने विभिन्न पहल की हैं, जिससे देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को उत्तम अनुभव मिल सके।
इस प्रकार, प्रयागराज महाकुंभ एक बार फिर से पूरी दुनिया को भारतीय संस्कृति और धार्मिक परंपराओं का अहसास कराएगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता से यह आयोजन और भी भव्य और प्रभावशाली बनेगा।