शौर्य दीवार पर किया शहीदों को नमन
हरिद्वार 15 अगस्त
एसएमजेएन पीजी कॉलेज में शुक्रवार को 79वां स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूमधाम और गरिमामयी माहौल में मनाया गया। इस अवसर पर पूरा कॉलेज परिसर देशभक्ति के रंग में रंगा नजर आया। कार्यक्रम की शुरुआत ध्वजारोहण से हुई, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं श्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट तथा कॉलेज प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पुरी महाराज और कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुनील कुमार बत्रा ने ध्वज फहराया। राष्ट्रगान के साथ समस्त उपस्थित जनसमूह ने शौर्य दिवार पर देश के वीर शहीदों को पुष्प अर्पित कर नमन किया।
इसके उपरांत श्री महंत रविंद्र पुरी महाराज के नेतृत्व में शिक्षकों और छात्रों द्वारा एक भव्य तिरंगा यात्रा निकाली गई। यह यात्रा कॉलेज परिसर से आरंभ होकर आसपास के क्षेत्रों से होते हुए पुनः कॉलेज में समाप्त हुई। इस यात्रा में विद्यार्थियों ने हाथों में तिरंगे झंडे लिए देशभक्ति के नारे लगाए, जिससे वातावरण देशप्रेम से सराबोर हो गया।
कार्यक्रम के दौरान श्री महंत रविंद्र पुरी महाराज ने कॉलेज के सभी शिक्षकों और छात्र-छात्राओं को तिरंगा झंडा वितरित किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि स्वतंत्रता दिवस केवल उत्सव नहीं है, यह उन महान स्वतंत्रता सेनानियों की याद दिलाता है जिन्होंने देश को आजादी दिलाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। हमें न केवल उनके बलिदान को याद रखना चाहिए, बल्कि उनके दिखाए मार्ग पर चलकर देश को आगे बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि युवा पीढ़ी को देश के प्रति अपने कर्तव्यों को समझना चाहिए और शिक्षा, सेवा व संस्कारों से राष्ट्र निर्माण में योगदान देना चाहिए। उन्होंने सभी छात्रों को जीवन में अनुशासन, ईमानदारी और समर्पण को अपनाने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम के अंतर्गत रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया, जिसमें छात्रों ने आजादी के प्रतीकों और देशभक्ति एवं मतदाता जागरूकता विषयों पर सुंदर रंगोलियां बनाई। श्री महंत रविंद्र पुरी महाराज ने रंगोली प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को नक़द पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुनील कुमार बत्रा ने सर्वप्रथम निदेशक उच्च शिक्षा उत्तराखण्ड के सन्देश को पढ़ कर सुनाया । प्रो डॉ बत्रा ने अपने संबोधन में कहा आज का दिन हमें यह सोचने पर विवश करता है कि हमने अपने देश के लिए क्या किया है? हमारे छात्र ही देश का भविष्य हैं और हमें उन्हें ऐसे संस्कार देने होंगे, जिससे वे न केवल शिक्षित, बल्कि जिम्मेदार नागरिक बनें।