
हरिद्वार/वृन्दावन,। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज भी धीरेन्द्र शास्त्री की पदयात्रा में शामिल हुए। शनिवार को वृंदावन में निकली यात्रा में भारी संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े। श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने जनसभा को संबोधित कर पदयात्रा को समाज जागरण का बड़ा आध्यात्मिक अभियान बताया। उन्होंने कहा कि यह पदयात्रा भक्ति, सेवा और संकल्प का अद्भुत संगम है। धर्म केवल मंदिरों तक सीमित नहीं है, बल्कि जन जन के बीच चलने वाले मार्गों पर भी अपनी छाप छोड़ता है। उन्होंने कहा कि साधना केवल आसन पर बैठकर नहीं, बल्कि कदम ताल से भी होती है। संत समाज के बीच जाकर ही उनकी पीड़ा जान सकते हैं। उन्होंने धीरेन्द्र शास्त्री की प्रशंसा करते हुए कहा कि अखाड़ा परिषद सदैव उन संतों का सम्मान करती है, जो समाज में प्रकाश फैलाने का कार्य करते हैं। धीरेन्द्र शास्त्री ने अपने तप, ज्ञान और सरलता से सिद्ध किया है कि सच्चा संत वही है जो लोगों के बीच जाकर उनका मार्गदर्शन कर सके। यह पदयात्रा केवल स्थान बदलने का कार्यक्रम नहीं, बल्कि हर मनुष्य के हृदय तक पहुँचने का संकल्प है। इसका उद्देश्य युवाओं में संस्कारों का विकास करना, समाज को सत्य, धर्म और सदाचार की राह दिखाना तथा लोककल्याण की भावना को मजबूत बनाना है। उन्होंने अखाड़ा परिषद की ओर से धीरेन्द्र शास्त्री को साधुवाद और आशीर्वाद दिया। साथ ही ईश्वर से प्रार्थना की कि उन्हें शक्ति और स्वास्थ्य मिले, ताकि वे समाज सेवा के इस कार्य को निरंतर आगे बढ़ाते रहें। सभा में उपस्थित भक्तों से उन्होंने आह्वान किया कि संतों के पावन संदेशों को जीवन में अपनाएँ, क्योंकि यही मार्ग धर्म, शांति और समृद्धि की ओर ले जाता है।

