हरिद्वार, 23 अप्रैल — जम्मू-कश्मीर के पहलगाम पर्यटन क्षेत्र में हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले को लेकर देशभर में रोष व्याप्त है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं श्री मानसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने इस नृशंस हमले की घोर निंदा करते हुए इसे मानवता पर हमला बताया है। उन्होंने कहा कि देश के भीतर धार्मिक पर्यटन और तीर्थ यात्रियों पर हमले देश की अखंडता को चुनौती देने जैसा है।
हरिद्वार में पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि यह घटना राज्य सरकार की विफलता को दर्शाती है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि जम्मू-कश्मीर की वर्तमान सरकार को तत्काल बर्खास्त किया जाए और वहां राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए, ताकि शांति व्यवस्था बहाल की जा सके और आम नागरिकों का विश्वास सरकार पर बना रहे।
उन्होंने कहा कि जिस राज्य में पर्यटकों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जा सकती, वहां की सरकार को बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। श्रीमहंत जी ने कहा कि जब देश के कोने-कोने से लोग कश्मीर की सुंदरता देखने और धार्मिक स्थलों की यात्रा पर जाते हैं, तो उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की पहली जिम्मेदारी बनती है।
उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दी जाए और आतंकवाद को जड़ से समाप्त करने के लिए एक सशक्त और निर्णायक रणनीति अपनाई जाए। उन्होंने यह भी कहा कि यह हमला केवल एक क्षेत्र पर नहीं, बल्कि पूरे देश की एकता, अखंडता और सांस्कृतिक विरासत पर हमला है।
श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने शहीद यात्रियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। साथ ही, उन्होंने समस्त संत समाज, धर्माचार्यों और आम जन से अपील की कि वे आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हों और केंद्र सरकार पर दबाव बनाएं कि वह निर्णायक कार्रवाई करे।