हरिद्वार। उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय हरिद्वार में पुरातन छात्र समिति की एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में सर्वप्रथम समिति के सचिव चेतन शर्मा के व्यक्तिगत कारणों के चलते दिए गए इस्तीफा पर चर्चा कर इस्तीफा स्वीकार किया गया जिसके बाद उनकी जगह डॉ.अनूप बहुखंडी को सर्वसहमति से समिति का नया सचिव बनाया गया। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष डॉ शिवचरण नौडियाल ने कहा कि विश्वविद्यालय के विकास में पुरातन छात्र किस प्रकार से अपना योगदान दे सकते हैं इसको लेकर हमें ठोस रणनीति बनानी होगी। विश्वविद्यालय में नवाचार और प्लेसमेंट को लेकर भी पुरातन छात्र-छात्राओं का सहयोग लिया जाएगा।
बैठक में समिति ने कुछ महत्वपूर्ण प्रस्तावों को पास किया गया। जिसमें प्रमुख रूप से ..! समिति की सदस्यता हेतु विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर पुरातन छात्र समिति का एक अलग से कॉर्नर बनाया जाएगा। जिसमें ऑनलाइन सदस्यता फॉर्म भी उपलब्ध कराया जाएगा । समिति ने सदस्य शुल्क पर भी चर्चा की जिसमें आजीवन सदस्यता शुल्क 3100 रुपए तथा वार्षिक सदस्य को 365 रुपए तय किया गया । साथ ही पुरातन छात्र समिति के लिए कार्यालय एवं आगामी कार्यक्रमों को लेकर चर्चा और समिति की सदस्यता बढ़ाने पर जोर दिया गया। समिति के नव नियुक्त सचिव डॉ अनूप बहुखंडी ने कहा कि परिषद विश्वविद्यालय से जुड़े पुरातन छात्रों को जो कि देश-विदेश के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहें हैं उनसे संपर्क किया जाएगा।
समिति ने उक्त बिंदुओं का प्रस्ताव बनाकर सर्व सहमति से से पास करते हुए प्रस्ताव को अनुमोदन हेतु समिति के संयोजक के साथ ही विश्वविद्यालय कुलपति एवं कुलसचिव को भेजा है। इस अवसर पर बैठक में समिति के सचिव डॉ अनूप कुमार बहुखंडी समिति के वरिष्ठ सदस्य डॉ अतुल चमोला, डॉ राधे बहुखंडी, कोषाध्यक्ष वैशाली, कार्तिक श्रीवास्तव, हेमंत कुमार,अनिकेत चौधरी, विनोद बेलवाल, सौरभ शर्मा,पियूष मालिक,सुयश केसखानी आदि उपस्थित रहे।